Friday, February 26, 2010

खबर का असर

विधानसभा में वित्तमंत्री ने मांगी माफी

राजनीतिक संवाददाता

भोपाल। गुरुवार को मध्यप्रदेश विधानसभा में प्रस्तुत बजट में एक बड़ी गलती के लिए वित्तमंत्री राघवजी ने शुक्रवार को न केवल उसमें सुधार किया, बल्कि सदन में इस भूल के लिए खेद भी व्यक्त किया। इस भूल को सबसे पहले राज एक्सप्रेस ने सबके सामने रखा था। कांग्रेस का आरोप था कि वित्तमंत्री ने प्रदेश की छह करोड़ जनता को भ्रमित किया है, इसलिए वे खेद भी व्यक्त करें। राघव जी ने बिना संकोच के अपनी गलती के लिए प्रदेश की जनता से खेद भी व्यक्त कर दिया।

दरअसल गुरूवार को वित्तमंत्री ने अपने बजट भाषण में प्रदेश के विकास के लिए 150 करोड़ रुपए एकत्रित करने के लिए वेट अधिनियम की अनुसूची 3 में अर्शित आयटमों पर वेट की दर 12.5 से बढ़ाकर 13 प्रतिशत करने की बात कही थी। राज एक्सप्रेस ने इस भूल को पकड़ा और बताया कि - वेअ अधिनियम की अनुसूची 3 को 21 मार्च 2006 को ही संशोधित कर विलोपित किया जा चुका है। ऐसे में वित्तमंत्री 150 करोड़ रुपए कहां से लाएंगे।

शुक्रवार को बजट भाषण पर चर्चा प्रारंभ करते हुए कांग्रेस विधायक डा. गोविन्द सिंह ने इस भूल की ओर इशारा करते हुए कहा कि वित्तमंत्री की इस गलती ने राज्य की छह करोड़ जनता को भ्रम में रखा है। उन्होंने कहा कि वित्तमंत्री को अपनी गलती के लिए खेद व्यक्त करना चाहिए। कांग्रेस की मांग पर वित्तमंत्री राघव जी उठे और उन्होंने कहा कि यह भूल बजट भाषण में प्रिटिंग की गलती के कारण हुई है। उन्होंने सुधार करते हुए कहा कि वेट अधिनियम की अनुसूची दो में जिन वस्तुओं पर 12.5 प्रतिशत वेट लगता है उसे 13 प्रतिशत किया गया है। उन्होंने भूल के लिए ह्दय से खेद भी व्यक्त कर दिया। स्पीकर ने भी इस संशोधन को स्वीकार कर लिया।

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