Thursday, November 18, 2010

पांच करोड़ का गौरव दिवस



सम्मान समारोह पर आयकर की वक्रदृष्टि

प्रदीप जायसवाल

भोपाल। भाजपा का 29 नवंबर को राजधानी के जंबूरी मैदान पर आयोजित किया जाने वाला कार्यकर्ता गौरव दिवस कम से कम पांच करोड़ रूपए का होगा।

सूत्रों के अनुसार इस आयोजन पर इतनी बड़ी रकम खर्च होने की भनक लगते ही आयकर विभाग चौकन्ना हो गया है। ऐसे में स्वाभाविक तौर पर उसकी इस सम्मेलन पर वक्रदृष्टिï है। खासतौर पर मालवांचल के उस बड़े कैटर्स पर निगाहें जमी हुई है, जिसने करीब 250 रूपए प्रति व्यक्ति के हिसाब से लगभग डेढ़ लाख लोगों के नाश्ते और खाने का कांट्रेक्ट लिया है। भाजपा गैरकांग्रेसी सरकार के मुख्यमंत्री के रूप में शिवराज सिंह चौहान के पांच साल पूरे करने पर जो भव्य आयोजन पूरे जोश-खरोश से करने जा रही है, उसमें कार्यकर्ताओं की यह संख्या और भी बढ़ सकती है। इस लिहाज से नाश्ते और खाने पर ही तकरीबन पौने चार करोड़ रूपए खर्च होने का अनुमान है। इसके अलावा टेंट, लाउडस्पीकर, वाहनों एवं अन्य जरूरी संसाधनों पर सवा करोड़ रूपए से ज्यादा की राशि खर्च होगी।

पहली दफा बफे में लजीज व्यंजन

भाजपा पहली दफा कार्यकर्ताओं को उनके सम्मान में बफे सिस्टम के जरिए लजीज व्यंजन परोसेगी। इसका इंतजाम 8 लाख वर्गफीट के पांडाल में किया जा रहा है। फिलहाल इसके मीनू को अंतिम रूप दिया जा रहा है। भोजन व्यवस्था की कमान भोपाल नगर निगम के पूर्व अध्यक्ष रामदयाल प्रजापति को सौंपी गई है।

कद्दावर मंत्री ने दी खाने की रकम

अंदर की कहानी यह है कि भोजन व्यवस्था का जिम्मा एक बड़े मंत्री ने खुद लेते हुए उसकी बड़ी रकम की अदायगी भी कर दी है। इसी तरह अन्य कुछ मंत्री भी अपनी गाढ़ी कमाई का हिस्सा देने को तत्पर हैं। इधर निगम-मण्डलों के अध्यक्षों पर भी व्यवस्थाओं की महती जिम्मेदारी है। वे यथाशक्ति पार्टी के इस महायज्ञ में 'होमÓ करने को तैयार हैं।

तू डाल-डाल तो मैं पात-पात

सूत्र बताते हैं कि अंदरूनी तौर पर भाजपा और आयकर विभाग के बीच गौरव दिवस को लेकर आंखमिचौनी का खेल चल रहा है। यानी तू डाल-डाल तो मैं पात-पात। भाजपा ने भी आयकर के मंसूबों को भांप लिया है, इसलिए उसने इतने बड़े आयोजन में पहली बार 10 रूपए पंजीयन शुल्क रख दिया है। यह बात दीगर है कि कितने कार्यकर्ता 10 रूपए की पर्ची कटवाएंगे और कितने नि:शुल्क ही अपना सम्मान करा लेंगे। इस लिहाज से देखा जाए तो भाजपा 15 से 20 लाख रूपए का हिसाब तो आसानी से दे देगी, लेकिन बाकी खर्चे का गुणा-भाग क्या होगा, इस रणनीति का कोई खुलासा करने को तैयार नहीं है।

पार्टी के पास चंदे का फण्डा

भाजपा के एक वरिष्ठ नेता की मानें तो यहां अस्थायी हाट-बाजार भी लगाया जाएगा, जिसका कोई शुल्क नहीं होगा। इस समारोह के लिए जहां एक स्थायी कार्यालय का निर्माण किया गया है, वहीं पांच हजार कार्यकर्ता पिछले दो महीने से अपने संसाधनों से आयोजन की तैयारियों में जुटे हुए हैं। इस नेता का दावा है कि भाजपा के लिए यह कोई पहला बड़ा आयोजन नहीं है और इससे पहले भी वह पांच-पांच लाख कार्यकर्ताओं का कार्यक्रम किया जा चुका है। रही बात राशि की तो पार्टी के समर्पित कार्यकर्ता हर साल एक हजार से लेकर दस हजार रूपए तक चंदा देते हैं, जो सालाना तीन करोड़ रूपए से भी अधिक है।

इनका कहना है

इस आयोजन पर पार्टी को कोई खर्च नहीं आना है। यही एकमात्र ऐसा दल है जिसके समर्पित कार्यकर्ता खुद तन-मन-धन से कार्य करते हैं। पार्टी को अपने गाढ़े पसीने का पैसा देने वाले कार्यकर्ता ही चला रहे हैं।

- रामेश्वर शर्मा, भाजपा प्रदेश मंत्री

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