Wednesday, April 7, 2010

 जैन समाज अहिंसक हैं, कायर नहीं...

    नरेन्द्र जैन वंदना

    सोनकच्छ में जैनसंत आचार्य श्री विशुद्धसागर जी महाराज के संघ के साथ हुए दुव्र्यवहार के चौबीस घंटे बाद भी राज्य सरकार ने अभी तक उस निकम्मे कलेक्टर एनबीएस राजपूत के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की है। मंगलवार को जिस समय इस कलेक्टर के गनमेन और ड्रायवर सोनकच्छ के पास जैन समाज के लोगों को बेरहमी से पीट रहे थे और जैनसंतों के लिए अशब्दों का उपयोग कर रहे थे, तब यह कलेक्टर अपनी इनोवा कार में बैठा मुस्करा रहा था। लेकिन जैसे ही वहां जैसे ही जैन समाज के लोग एकत्रित हुए कलेक्टर ने पिटाई के डर से कार में से दौड़ लगा दी और पास के ही एक घर में घुस गया। सवाल यह है कि - इस घटना को लेकर पिछले चौबीस घंटे से पूरे प्रदेश में जैन समाज आक्रोशित है, लेकिन राज्य सरकार पर इसका असर नहीं हुआ है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भले व्यक्ति हैं, इसलिए उन्होंने तत्काल जैन समाज से क्षमायाचना कर ली, लेकिन अपने इन घंमडी अफसरों की हरकतों के लिए आखिर मुख्यमंत्री कब तक मांफी मांगते रहेंगे? सवाल यह भी है कि - यदि यही घटना अन्य अल्पसंख्यक समुदाय के संत के साथ होती तो क्या अभी तक कलेक्टर गिरफ्तार नहीं हो चुका होता?
    आचार्यश्री विशुद्धसागर जी महाराज अपने नाम के अनुरूप आचरण वाले संत हैं। देशभर में उनके त्याग व तपस्या की चर्चा होती है। यहीं कारण है कि जैनसंत ने इतनी बड़ी घटना के बाद भी समाज को शांत किया और अपने गंतव्य की ओर बढ़ गए, लेकिन देश व प्रदेश में जिसने भी इस घटना के बारे में सुना वह न केवल दुखी हुआ, बल्कि कुछ लोगों ने तो इसे उपसर्ग मानकर भोजन का भी त्याग कर दिया। इंदौर भोपाल सहित कई शहरों में प्रदर्शन व ज्ञापन दिए जाने लगे, लेकिन राज्य सरकार ने कलेक्टर के खिलाफ कार्यवाही करना उचित नहीं समझा। इससे जैन समाज में जबरदस्त रोष है। हम यह बता देना चाहते हैं कि जैन समाज अहिंसक समाज है, लेकिन कायर नहीं है, यदि राज्य सरकार ने अपने इस बिगड़े अफसर को सजा नहीं दी तो जैन समाज के युवक उससे अपने स्तर पर निबटने के लिए स्वतंत्र होंगे और इसकी जिम्मेदारी भी सरकार की होगी।

                                              - लेखन भोपाल श्री दिगम्बर जैन मुनिसंघ सेवा समिति के महांमत्री हैं

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