यह अधिकारी सब पर भारी
रवीन्द जैन
भोपाल। मध्यप्रदेश में शिवराज सिंह चौहान की सरकार में नौ अधिकारी ऐसे हैं जिन्हें आप शिवराज के नवरत्न कह सकते हैं। शिवराज सिंह की सरकार में सबसे ज्यादा ताकतवर अधिकारी इकबाल सिंह बैंस हैं जिनके बिना राज्य सरकार में पत्ता भी नहीं हिल सकता। पूर्व मुख्यसचिव राकेश साहनी बेशक रिटायर हो गए हैं, लेकिन राज्य सरकार में अभी भी उनकी ही तूती बोल रही है। यह बात दूसरी है कि भाजपा व संघ के नेता उन्हें पसंद नहीं करते। प्रदेश के नए मुख्यसचिव अवनि वैश्य बेशक शिवराज सिंह की पसंद हैं, लेकिन वे अभी तक पूर्व मुख्यसचिव राकेश साहनी की परछाई से बाहर नहीं निकल पाए हैं। श्री वैश्य ने जिस तरह कुर्सी पर बैठते ही मप्र के दौरे किए तथा भ्रष्टïाचार के खिलाफ श्ंाखनाद किया है, उससे न केवल उनकी छवि सख्त अफसर के रूप में बनी है, बल्कि भ्रष्टाचार से जूझ रहे प्रदेश की जनता को उनसे उम्मीद भी जगी हंै। मुख्यमंत्री के रणनीतिकार के रूप में पहचान बनाने वाले मप्र के जनसंपर्क आयुक्त मनोज श्रीवास्तव पिछले कुछ दिनों से बेवजह विवादों के कारण दु:खी हैं। उन्हें जिस तरह संघ के कहने पर संस्कृति विभाग से हटाया गया, वह उन्हें नागवार गुजरा है। चर्चा है कि मनोज श्रीवास्तव केन्द्र में जाने की तैयारी कर रहे हैं। इन सबके बाद भी मनोज श्रीवास्तव मुख्यमंत्री के खास सलाहकार बने हुए हैं। मुख्यमंत्री के सचिव अनुराग जैन को शांत अफसर माना जाता है, लेकिन आजकल वे मुख्यमंत्री के आंख-कान की तरह काम कर रहे हैं। प्रदेश में अफसरों की पदस्थापना में मुख्यमंत्री उनसे सलाह लेते हैं। मप्र में ताकतवर अफसरों में मो. सुलेमान, एसके मिश्रा, अरुण पांडे को भी माना जाता है, लेकिन इनके बारे में एक ही चर्चा है कि यह मुख्यमंत्री के नाम पर कंबल ओढ़कर घी पी रहे हैं। इंदौर कलेक्टर राकेश श्रीवास्तव के मुख्यमंत्री से पारिवारिक रिश्ते हैं। हर सुख दुख में सबसे पहले पहुंचने वाले राकेश श्रीवास्तव पदोन्नति के बाद भी ठप्पे से इंदौर में जमे हुए हैं।
इकबाल सिंह बैंस, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री
मप्र के सबसे ताकतवर आईएएस अफसर
मुख्यमंत्री के सबसे नजदीक
इनके बिना सरकार में पत्ता नहीं हिलता
मुख्यमंत्री के ही खास लोग बन गए हैं दुश्मन
राकेश साहनी, अध्यक्ष मप्र विद्युत मंडल बोर्ड
मुख्यसचिव के रुप में सबसे विवादास्पद
सेवा निवृत्ति के बाद भी सरकार में दखल
केबिनेट मंत्री का दर्जा देने का विरोध जारी
संघ, भाजपा व मीडिया के सीधे निशाने पर
अवनि वैश्य, मुख्यसचिव
मप्र के नए मुख्यसचिव, शिवराज की पसंद
कुर्सी पर बैठते ही करेप्शन के खिलाफ शंखनाद
राकेश साहनी की परछाई से मुक्त नहीं
भाजपा सहित सभी को उनसे बहुत सी उम्मीद हैं
मनोज श्रीवास्तव, आयुक्त जनसंपर्क
मुख्यमंत्री के नजदीकी अफसरों में शुमार
बेहद मेहनती और शिवराज के रणनीतिकार
संघ के विरोध के चलते संस्कृति विभाग छिना
बेवजह विवाद से दुखी, केन्द्र में जाने की तैयारी
अनुराग जैन, सचिव मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री सचिवालय के साइलेंट अफसर
मुख्यमंत्री के आंख, कान, नाक
मुख्यमंत्री सचिवालय में सुंदरलाल पटवा के प्रतिनिधि
अफसरों की पदस्थापना में मुख्यमंत्री के सलाहकार
मो. सुलेमान, एमडी, सड़क विकास निगम
पांच वर्षों से सड़क विकास निगम में जमे
अपनी दिल्ली मुम्बई यात्राओं को लेकर विवादास्पद
पड़ोसी जिले में भारी निवेश के आरोप
कई आईएएस अफसरों के ही निशाने पर
एसके मिश्रा, सचिव, मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री के सामने घुटने टेकने के कारण प्रसिद्घी
खनिज निगम के एमडी, करोड़ों कमाने के आरोप
मलाईदार विभाग के लिए कुछ भी करने को तैयार
अरविन्द जोशी की तरह बन सकते हैं सिरदर्द
अरुण पांडेय, आयुक्त आबकारी
ऊर्जा मंत्री राजेन्द्र शुक्ल के बहनोई
कद छोटा व पद बड़ा
सरकार को 150 करोड़ की चपत लगाई
शराब माफिया के साथ जुगलबंदी का आरोप
राकेश श्रीवास्तव, कलेक्टर इंदौर
मुख्यमंत्री से पारिवारिक रिश्ते
अपनी मनपंसद पोस्ंिटग कराने में माहिर
पदोन्नति के बाद भी इंदौर में पूरी ताकत से जमे हैं
सभी दलों के राजनेताओं व मीडिया से मधुर संबंध
Tuesday, March 16, 2010
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