Thursday, March 4, 2010

योगीराज के 85 बैंक खाते, 27 एटीएम कार्ड

बैंक खातों में तीस करोड़ का किया लेनदेन




जब अवैध तरीके से पैसा आता है तो बुराईयां भी साथ लाता है। योगीराज शर्मा नाम के ही योगी हैं, उनके बारे में चर्चा है कि वे स्वास्थ संचालक बनते ही भोगीराज शर्मा बन गए थे। मलेशिया में उनका एक विदेशी महिला के साथ रोमांटिक मूड में फोटो स्वास्थ विभाग में चर्चा का विषय बना हुआ है।


रवीन्द्र जैन

भोपाल। मध्यप्रदेश में लंबे समय स्वास्थ संचालक रहे योगीराज शर्मा एवं उनके परिजनों के 85 बैंक खाते आयकर विभाग को मिल चुके हैं। इन खातों में तीस करोड़ से अधिक का लेनदेन किया हुआ है। यह खुलासा आयकर विभाग ने मप्र के मुख्यसचिव को सौंपी अपनी गोपनीय रिपोर्ट में किया है। आयकर विभाग की रिपोर्ट में यह भी खुलासा हुआ है कि योगीराज शर्मा एवं उनके परिजनों के पास से आयकर विभाग ने 27 एटीएम कार्ड जप्त किए हैं। 85 बैंक खातों सूची एवं जप्त एटीएम कार्ड के पंचनामे की प्रति राज एक्सप्रेस के पास मौजूद है।

पहले योगीराज के बैंक खातों की बात की जाए। भारतीय स्टेट बैंक की सुल्तानिया रोड़ ब्रांच में ही 17 बैंक खाते मिले हैं। योगीराज शर्मा ने चालाकी से अपने ही कुछ खाते वाय.आर.शर्मा के नाम से खोले हैं। एक ही बैंक में एक ही व्यक्ति के दो नाम से कई बचत खाते संचालित हो रहे थे। इसके अलावा इस बैंक में शर्मा ने अपनी बिटिया गुडिय़ा जिसके बारे में बताया जाता है कि उसका जन्म से मानसिक विकास नहीं हो पाया है, के नाम से कई खाते खोले गए हैं। यह बेटी हस्ताक्षर भी नहीं कर सकती, इसलिए लगभग 30 वर्ष की बेटी के बैंक खाते में शर्मा का भी नाम शामिल किया गया है। आयकर विभाग को मिले कुल 85 बैंक खातों में से 36 बैंक खाते योगीराज शर्मा एवं उनके दूसरे नाम वाय.आर. शर्मा के नाम से मिले हैं। बैंकों में शर्मा ने अपनी कंपनी गजानंद डिस्टीब्यूटर एण्ड डवलपर प्रा.लि.,श्री विघ्रेश वेयरहाउस एण्ड डिस्टीब्यूटर प्रा.लि, के नाम से मिले हैं।

27 एटीएम कार्ड : आयकर विभाग ने योगीराज शर्मा के निवास से कुल 27 एटीएम कार्ड बरामद किए हैं। इनका बकायदा पंचनामा भी बनाया गया है। आयकर विभाग की रिपोर्ट के अनुसार योगीराज शर्मा के नाम से 12 एटीएम कार्ड मिले हैं। उनकी पत्नि शशि शर्मा के नाम से 7 उनके पुत्र गौरव शर्मा के नाम से 7 एवं राम दुलारी के नाम से 1 एटीएम कार्ड मिला है।

रेडिएशन इमेज कम्युनिकेशन : आयकर विभाग ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि रेडिएशन इमेज कम्युनिकेशन के पांच बैंक खातों जो कि क्रमश: कृष्णा मर्केटाईल बैंक मप्र नगर, आईडीबीआई बैंक न्यू मार्केट, यूनियन बैंक मालवीय नगर, पंजाब नेशनल बैंक हबीबगंज, बैंक ऑफ राजस्थान टीटी नगर की पड़ताल की जा रही है। इसके अलावा ग्लोबल इंटरप्राईजेज मीनाक्षी मार्केट की पड़ताल की जा रही है। आयकर विभाग ने संकेत दिया है कि ग्लोबल इंटरप्राईजेज के योगेश पटेरिया ही रेडिएशन इमेज कम्युनिकेशन के बैंक खातों का संचालन करते हैं। योगेश पटेरिया के योगीराज शर्मा के पुत्र गौरव शर्मा के साथ घनिष्ठ मित्रता है। गौरव रेडिएशन इमेज कम्युनिकेशन के एमपर नगर आफिस का उपयोग मिलने जुलने वालों के लिए करता है।

दवाओं की खरीदी व कमीशन के दस्तावेज : आयकर विभाग ने अपनी रिपोर्ट में स्वीकार किया है कि उसने योगीराज शर्मा के निवास से दवाओं व मेडीकल उपकरणों की खरीदी संबंधी आदेशों की प्रतियां, सप्लायरों के नाम व कमीशन की राशि के उल्लेख संबंधी दस्तावेज भी जप्त किए हैं जिनकी जांच की जा रही है। इसके अलावा सप्लायरों के साथ योगीराज शर्मा के हिस्से एवं हस्ताक्षर की हुई चेक बुकें भी बरामद की गईं हैं।

सरकारी धन का दुरूपयोग : आयकर विभाग की रिपोर्ट ने यह भी खुलासा किया है कि योगीराज शर्मा ने सरकारी धन का उपयोग अपनी पत्नि एवं पुत्र की बेनामी कंपनियों में किया है। बैंक ऑफ बडौदा की हबीबगंज ब्रांच में चार लोगों के नाम से तीन महिने में खाते खोले गए जिसमें 16.40 लाख रुपए जमा किए गए। यह खाते सुनील कुमार देशमुख, महेन्द्र सूर्यवंशी, प्रवीण जयवडे, एवं रंजीत प्रजापति के नाम से खोले गए हैं। इनकी जांच की जा रही है। इस राशि का उपयोग शर्मा के परिजनों की कंपनी में किया गया है।

सोना चंादी : आयकर विभाग के अनुसार शर्मा के घर से छापे में लगभग 8 लाख रुपए का सोना एवं पौने दो लाख रुपए की चांदी बरामद की गई है। इसके अलावा कई एनएससी एवं बॉण्ड बरामद किए हैं।

ऐसे घरों में पहुंचा सरकारी धन : आयकर विभाग ने एक चार्ट के माध्यम से समझाने का प्रयास किया कि किस तरह सरकारी धन योगीराज शर्मा एवं उनके परिजनों की कंपनियों तक पंहुचा। इस चार्ट के अनुसार मप्र स्वास्थ विभाग का धन रेडिएशन इमेज कम्युनिकेशन के बैंक खातों में जमा हुआ। वहां से यह राशि बैंक ऑफ बडौदा के हबीबगंज के खाते में जमा होता था। वहां से यह धन शर्मा के परिजनों की कंपनी श्री विघ्रेश वेयरहाउस एण्ड डिस्टीब्यूटर प्रा.लि. एवं गजानन डिस्टीब्यूटर के नाम से जमा हुई है।

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