हिन्दू अतिवादी सुधाकर राव मराठा गिरफ्तार
कांग्रेस नेता आरआर खान की हत्या करना स्वीकारा
रवीन्द्र जैन
भोपाल। मप्र व राजस्थान पुलिस के लिए सिरदर्द बने मालवा क्षेत्र के सबसे बड़े हिन्दु अतिवादी सुधाकर राव मराठा को मप्र पुलिस की एटीएस ने झांसी से गिरफ्तार कर लिया है। उसके एक अन्य साथी शिवम धाकड़ को उज्जैन पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। यह दोनों संदिग्ध परिस्थितियों में मारे गए हिन्दु अतिवादी सुनील जोशी के निकट साथी रहे हैं। दोनों ने रतलाम के तत्कालीन जिला कांग्रेस अध्यक्ष आरआर खान की हत्या करना स्वीकार कर लिया है। मजेदार बात यह है कि खान की हत्या में पुलिस पहले ही चार लोगों को फर्जी तरीके से मुल्जिम बनाकर उन्हें कोर्ट से सजा दिला चुकी है।
अयोध्या के बारे में निर्णय आने के पहले मप्र पुलिस ने मालवा क्षेत्र के सबसे खूंखार अतिवादी सुधाकर राव मराठा को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तारी से पहले सुधाकर राव मराठा ने चितौडग़ढ़ में जाफर खान के नाम के उस युवक को गोली से उड़ा दिया है, जो कुछ साल उसकी बहन ज्योति मराठा को मंदसौर से भगाकर ले गया था। पुलिस ने अभी तक सुधाकर राव की गिरफ्तारी की औपचारिक घोषणा नहीं की है। सीबीआई सहित देश की कई सुरक्षा एजेंसियां सुधाकर राव को तलाश रहीं थीं। सुधाकर राव पर मालवा क्षेत्र के पांच बड़े मुस्लिम नेताओं की हत्या का आरोप है। पुलिस के पास इस बात के भी पर्याप्त सबूत हैं कि फरारी के दौरान सुधाकर राव के भाजपा के नेताओं के संपर्क में रहा है।
मुख्य दुश्मन को मार गिराया : दरअसल सुधाकर राव मराठा का मुख्य उद्देश्य जाफर खान नाम के उस युवक की हत्या करना था, जो उसकी बहन ज्योति को भगाकर ले गया और चितौडग़ढ़ ले जाकर उससे निकाहा कर लिया था। सवा माह पहले 15 अगस्त 2010 को सुधाकर ने सुबह सवा नौ बजे चितौडग़ढ़ कलेक्टरी चौराहे पर जाफर को उस समय गोली मार दी, जब जफर ऑटो से मजदूरी करने जा रहा था। चितौडग़ढ़ पुलिस ने सुधाकर राव एवं उसके एक साथी के खिलाफ हत्या का प्रकरण दर्ज करते हुए सुधाकर पर दो हजार रुपए का ईनाम घोषित किया था। इसके अलावा मप्र पुलिस सुधाकर पर पहले ही 25 हजार रुपए का ईनाम घोषित कर चुकी है।
ऐसे हुई गिरफ्तारी : मप्र पुलिस ने सुधाकर को गिरफ्तार करने के कई प्रयास किए, लेकिन वह पुलिस के हाथ नहीं आया। बताते हैं कि पिछले सप्ताह झांसी में एक 13 साल के बच्चे की हत्या के मामले में उप्र पुलिस ने सुधाकर को इंदौर से उठाया था, लेकिन बाद में यह तय हो गया कि इस हत्या में सुधाकर का हाथ नहीं है तो झांसी पुलिस ने उसे मप्र एटीएस के हवाले कर दिया।
भाजपा नेताओं से संपर्क : पुलिस के पास इस बात के पर्याप्त सबूत हैं कि सुधाकर राव ने फरारी के दौरान प्रदेश भाजपा के मंत्री तपन भौमिक के संपर्क में था। इस संबंध में भौमिक का कहना है कि मैंने कभी सुधाकर को फोन नहीं लगाया।उसके ही एकाध बार फोन आए हैं। ऐसे में तो पूरे प्रदेश से कई लोगों के फोन आते रहते हैं।
आरआर खान हत्या में नया मोड़ : बताते हैं कि सुधाकर राव ने एटीएस के सामने स्वीकार कर लिया है कि - रतलाम के तत्कालीन जिला कांग्रेस अध्यक्ष आरआर खान की 14 अक्टूबर 2004 को उसने अपने साथी शिवम धाकड़ के साथ मिलकर हत्या की थी। मजेदार बात यह है कि - रतलाम पुलिस के तत्कालीन एसपी वरुण कपूर ने खान की हत्या के आरोप में नागदा के गुलफाम खान सहित छह लोगों को आरोपी बनाया था। न्यायालय ने भी इन सभी छह आरोपियों को हत्या के आरोप में सजा भी सुना दी है। मुख्य आरोपी गुलफाम पेशी के दौरान फरार हा गया था। गुलफाम पिछले दिनों पुलिस की गिरफ्त में आया तो उसने पुलिस के सामने पुन: बयान दिया कि खान की हत्या में उसे जबरन फंसाया गया है। इसी बीच एक महिने पहले देवास पुलिस ने सुधाकर राव के साथी शुभम को गिरफ्तार किया तो शुभम ने भी स्वीकार किया कि - खान की हत्या उसने और सुधाकर राव ने ही की है। इस संबंध में देवास पुलिस पूरा ब्यौरा पुलिस मुख्यालय को भेज चुकी है।
सुधाकर राव द्वारा की गई हत्याएं
1 - हनीफ शाह : सुधाकर मंदसौर के गायक कलाकार हनीफ शाह की हत्या केवल इसलिए कर दी थी कि हनीफ शाह ने हिन्दु लड़की हेमा भटनागर से प्रेम विवाह किया था।
2 - गबरू पठान : सुधाकर मंदसौर के गबरू पठान की हत्या इसलिए कर दी कि गबरू के कहने पर उसके भतीजे ने मंदसौर के एक हिन्दु ट्रेवर्स संचालक नीतेश दोषी की हत्या कर दी थी। सुधाकर राव ने उसका बदला लिया था।
3 - रमजानी शैरानी : सुधाकर रतलाम में रमजानी शैरानी की भी हत्या केवल कट्टर हिन्दुत्व की विचारधारा के चलते कर दी थी।
4 - आरआर खान : सुधाकर राव व उसके साथी शुभम ने स्वीकार किया है कि रतलाम के तत्कालीन जिला कांग्रेस अध्यक्ष आरआर खान की हत्या उन्होंने इसलिए कर दी कि आरआर खान का नाम झिरनिया के एक कुएं से बरामद हथियारों के मामले में आया था। यह हथियार आंतकवादियों तक पहुंचाने के लिए लाए गए थे।
5 - जाफर खान : सुधाकर ने 15 अगस्त 2010 को राजस्थान के चितौडग़ढ़ के कलेक्टर चौराहे के पास जाफर खान की हत्या इासलिए कर दी थी, क्योंकि जाफर खान सुधाकर राव की सगी बहन ज्योति को भगाकर ले गया था और उससे निकाहा कर लिया था।
सुधाकर के डर से भाग गए कई माफिया
मालवा में पिछले सात वर्षों से सक्रिय कट्टर हिन्दुवादी सुधाकर राव मराठा के डर से इंदौर व मंदसौर के कई माफियाओं की नींद हराम रहती थी। आरआर खान के भाई व इंदौर के शराब माफिया मेहमूद खान तो इंदौर छोड़कर कहीं और बस गया है। पुलिस रिकार्ड के अनुसार सुधाकर राव ने कुल पांच हत्याओं सहित कुल पन्द्रह अपराध किए हैं, लेकिन उसके सभी अपराध कथित रुप से कट्टर हिन्दुत्व के नाम पर किए हैं। सुधाकर राव को अपराध की दुनिया में धकेलने का काम उसकी सगी बहन ज्योति मराठा की उस हरकत ने किया जिसमें वह एक मुस्लिम युवक के साथ भाग गई थी। सुधाकर राव आंतकवाद से उसी की शैली में लडऩे का पक्षधर माना जाता है। यह भी सही है कि उसे हिन्दुवादी संगठनों का संरक्षण मिला हुआ था।
पिछले दो महिने में सुधाकर ने जिन तीन लोगों की हत्या की योजना बनाई, उसमें से दो लोगों की हत्या हो चुकी है। इसमें एक सुधाकर की बहन को भगाकर ले जाने वाला जाफर खान है और दूसरा जाना माना हिस्ट्रीशीटर युसुफ बडावदा का नाम शामिल है। जाफर की हत्या में तो राजस्थान पुलिस ने सुधाकर राव को नामजद किया है, लेकिन युसुफ वडावदा की हत्या के आरोपी अभी तक अज्ञात हैं। सुधाकर का तीसरा निशाना आरआर खान का भाई मेहमूद खान था। बताते हैं कि मेहमूद खान सुधाकर के डर के कारण ही इंदौर से गायब हो गया है। मेहमूद खान का इंदौर आना जाना रहता है, लेकिन वह सुधाकर राव से बेहद सतर्क रहता है।
सुधाकर राव मराठा के खिलाफ दर्ज प्रकरण
1 - कोतवाली मंदसौर अ क्र 29/03 धारा 294,323,506,34
2 - कोतवाली मंदसौर अ क्र 548/03 धारा 224,323,506,327,336,34
3 - कोतवाली मंदसौर अ क्र 695/04 धारा 307,34 एवं 25,27 आम्र्स एक्ट
4 - कोतवाली मंदसौर अ क्र 316/05 धारा 120 बी, 34 एवं 25,27 आम्र्स एक्ट
5 - कोतवाली मंदसौर अ क्र 54/07 धारा 25,27 आम्र्स एक्ट
6 - कोतवाली मंदसौर इस्त / 841 (2) 110 जाफो
7 - स्टेशन रोड रतलाम अ क्र 13/06 धारा 307,34 एवं 25,27 आम्र्स एक्ट
8 - स्टेशन रोड रतलाम अ क्र 49/02 धारा 307,120 बी, 34 एवं 25,27 आम्र्स एक्ट
9 - स्टेशन रोड रतलाम अ क्र 243/07 धारा 302, 34 एवं 25,27 आम्र्स एक्ट
10 - स्टेशन रोड रतलाम अ क्र 66/07 धारा 507
11 - मंदसौर कोतवाली अ क्र 204/08 धारा 302, 201 एवं 25,27 आम्र्स एक्ट
12 - मंदसौर कोतवाली अ क्र 93/09 धारा 307 एवं 25,27 आम्र्स एक्ट
13 - मंदसौर कोतवाली अ क्र 111/09 धारा 506,507
14 - चितौड़ राजस्थान 15 अगस्त 2010 धारा 302, 34 एवं 25,27 आम्र्स एक्ट
Monday, September 27, 2010
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कुत्सित मानसिकता के लोग ही ऐसी हरकतें करते हैं.
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