उमा भारती की सेवा में लगे भाजपा नेता
शिवराज, प्रभात, कैलाश पहुंचे हाल जानने
राजनीतिक संवाददाता
भोपाल। कल तक पानी पी-पी कर उमा भारती को कोसने वाले भाजपा के कई नेता शुक्रवार को उनकी सेवा में नजर आए। गुरूवार की देर रात उमा भारती के सिर में मामूली दर्द क्या हुआ भाजपा उनकी सेवा में दिखाई दे रही थी। भाजपा नेताओं में उनका हाल जानने के लिए होड़ मची हुई है। चिरायु अस्पताल के डॉक्टरों ने उमा जी को आराम करने की सलाह दी है। संभावत: शनिवार को उन्हें अस्पताल से छुट्टी दी जाएगी।
उमा भारती गुरूवार को भोपाल में थीं। अयोध्या के फैसले पर प्रतिक्रिया देने के लिए उमा भारती ने लंबे समय बाद मीडिया के लिए अपने घर के दरवाजे खोल दिए थे। शाम लगभग चार से सात बजे तक वे पत्रकारों से बतियाती रहीं। बेहद थकने के बाद जब वे सोने गईं तो रात बारह बजे उनके सिर में तेज दर्द उठा। दर्द सहन न कर पाने पर प्रोफेसर कॉलोनी में ही रहने वाले डा.अजय गोयनका को फोन करके बुलाया गया। बाद में डॉक्टरों के एक दल ने उनका मेडीकल परीक्षण किया और रात लगभग दो बजे उन्हें भैंसाखेड़ी स्थित चिरायु अस्पताल में भर्ती किया गया। रात में ही उनके सिर की एमआरआई कराई गई, जिसमें यह पता चला कि वर्ष 2008 में सतना में एक दरवाजे से टकराने से उनके सिर में जो चोट आई थी। उसी चोट के कारण अब यह दर्द उठा है।
उमा भारती की तबियत खराब होने की जानकारी मिलने पर सबसे पहले दिल्ली से भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवानी का फोन आया और उन्होंने उमा भारती का हाल जाना। डॉक्टरों ने बताया कि उमा जी खतरे से बाहर हैं। लेकिन उन्हें आराम की जरूरत है, इसलिए दो दिन अस्पताल में रखना होगा। आडवानी के फोन के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का काफिला चिरायु अस्पताल की ओर रवाना हुआ। मुख्यमंत्री ने उमा भारती से उनका हाल पूछा और डॉक्टर अजय गोयनका से उनके इलाज के बारे में जानकारी ली। जिस समय मुख्यमंत्री ने उमा भारती से मुलाकात की, वहां डा. गोयनका के अलावा किसी को अंदर जाने की अनुमति नहीं दी गई थी। मुख्यमंत्री चौहान के बाद प्रदेश भाजपा अध्यक्ष प्रभात झा भी उमा जी का हाल जानने अस्पताल की ओर दौड़े, पीछे पीछे राज्य के उद्योगमंत्री कैलाश विजयवर्गीय भी वहां पहुंच गए। मप्र नागरिक आर्पूित निगम के अध्यक्ष रमेश शर्मा गुट्टू भैया अपने कुछ साथियों के साथ उमा भारती की तबियत देखने पहुंचे। इसकी खबर लगते ही बैरागढ़ के कई भाजपा ने नेताओं ने चिरायु अस्पताल का रुख किया, इनमें आवास संघ के अध्यक्ष सुशील वासवानी भी शामिल थे।
पांच साल हुई मुलाकात : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की उमा भारती से पूरे पांच साल अस्पताल में मुलाकात हुई। इसके पहले 28 नवम्बर 2005 को प्रदेश भाजपा कार्यालय में जब भाजपा हाईकमान के निदे्रष पर भाजपा विधायक दल शिवराज सिंह चौहान को नेता चुन रहा था, तब उमा भारती उनके चयन का विरोध करते हुए बैठक का बहिष्कार करते हुए पार्टी कार्यालय से ही निकल पड़ी थीं और आपने साथ हुए कथ्सित अन्याय के विरोध में उन्होंने अयोध्या तक की पैदल यात्रा की थी।
वापसी के संकेत : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रभात झा की उमा भारती से इस मुलाकात को राजनीतिक हल्कों में गंभीरता से लिया जा रहा है। उम्मीद की जा रही है कि उमा भारती की जल्द ही भाजपा में वापसी तय है। उनकी वापसी की अब केवल घोषणा ही बाकी है।
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