Monday, October 11, 2010

योगीराज शर्मा के पुत्र का सनसनीखेज खुलासा

मेरा बाप भ्रष्ट व चरित्रहीन है




गौरव के पागलपन का इलाज चल रहा है : योगीराज

रवीन्द जैन

भोपाल। मप्र के पूर्व स्वास्थ संचालक योगीराज शर्मा को अपने कर्मों की सजा इसी जन्म में भुगतनी पड़ रही है। उनके इकलौते पुत्र गौरव ने उन पर भ्रष्ट व चरित्रहीन होने के आरोप लगाए हैं। गौरव का कहना है कि - योगीराज को अपना बाप कहने में भी मुझे शर्म आती है। पिता से विवाद के बाद गौरव ने अपनी पत्नि के साथ एक मंदिर में शरण ले रखी है और पिता से खतरा बताते हुए पुलिस से संरक्षण भी मांगा है। योगीराज का कहना है कि गौरव पागल है और उसका डा.साहू से इलाज से चल रहा है।

वैसे इस योगी के कारनामों की चर्चा में देश विदेश में है। मप्र में स्वास्थ संचालक की कुर्सी पर रहकर उन्होंने अपार सम्पत्ति अर्जित की है। अंदाज लगाया जाता है कि योगीराज के पास वैध अवैध से रुप से लगभग पांच सौ करोड़ की सम्पत्ति है। लोकायुक्त से लेकर आयकर विभाग उनकी अवैध कमाई की जांच में लगा हुआ है। गौरव शर्मा इस बात से भी परेशान है कि योगीराज ने अपनी कई अवैध सम्पत्तियां उनके नाम कर दी है, जिस कारण कोर्ट में उन्हें जबाव देने में परेशानी हो रही है। लेकिन गौरव इससे भी ज्यादा परेशान इस बात को लेकर है कि - योगीराज और शशि शर्मा ने उसकी पत्नि को परेशान कर रखा है।

पिता-पुत्र के बीच झगड़े की शुरूआत 2 अक्टूबर की रात में हुई। रात साढ़े बारह बजे पहले गौरव शर्मा गोविन्दपुरा थाने पहुंचे और उन्होंने पिता योगीराज शर्मा, मां शशि शर्मा, पिता के मित्र अशोक नंदा, हरजीत सिंह व प्रदीप पांडेय के खिलाफ शिकायत दर्ज कराते हुए आरोप लगाया कि - यह लोग अपराधिक प्रवृत्ति के हैं और उनसे मुझे जान का खतरा है। गौरव ने लिखित शिकायत में यह भी कहा कि पिता के पास जो सम्पत्ति है, वह पब्लिक की है, इसके अलावा उन्होंने मुझे कोर्ट के मामलों में उलझा दिया है। गौरव ने अपने पिता से जान का खतरा पुलिस से अपनी सुरक्षा की मांग की।

इसके एक घंटे बाद रात डेढ़ बजे योगीराज शर्मा गोविन्दपुरा थाने पहुंचे और उन्होंने अपनी लिखित शिकायत में गौरव को मानसिक रुप से बीमार बताते हुए उसके सास ससुर पर कई गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने आरोप लगाए कि गौरव के सास ससुर उसे पागलपन की दवा नहीं लेने दे रहे, जिससे वह बीमार पड़ रहा है। यहां बता दें कि - करोड़ पति योगीराज शर्मा के दो बच्चे हैं। पुत्र गौरव को वे स्वयं पागल बता रहे हैं और गौरव की छोटी बहन पहले से ही पागल है।

चल फिरने में असहाय : गौरव शर्मा की शादी 27 मई 2010 को भोपाल में हुई थी। शादी के कुछ दिनों बाद ही जून माह में उसका गंभीर एक्सीडेंट हुआ, जिसमें उसका एक पैर गंभीर रुप से घायल है। गौरव अभी भी चल फिर नहीं सकता। उसकी पत्नि उसकी सेवा में लगी हुई है।

मंदिर में ली शरण : गौरव वाकई अपने पिता से डरा हुआ है और उसे लगता है कि उसके पिता उसकी हत्या करा सकते हैं। यहीं कारण है कि गौरव विदेश में लंबे समय तक रहे गौरव ने अपनी पत्नि के साथ हबीबगंज क्षेत्र के एक अंजान मंदिर में शरण ले रखी है। मंदिर में महंत के छोटे से कमरे में यह दोनों पति पत्नि रह रहे हैं।

क्या मैं पागल लगता हूं : सोमवार को इस संवाददाता ने गौरव शर्मा से मंदिर के उस छोटे से कमरे में मुलाकात की कि तो गौरव से सबसे पहले प्रश्र किया - क्या मैं आपको पागल लगता हूं। लगभग एक घंटे हुई बातचीत में गौरव ने बार बार योगीराज शर्मा को अपना पिता कहने पर आपत्ति की। उसका कहना है कि - हां मिस्टर योगीराज शर्मा ने जमकर भ्रष्टाचार किया और कूट कर पैसा कमाया। गौरव ने बताया कि योगीराज शर्मा का विदेश यात्रा के दौरान एक महिला के साथ आपत्तिजनक अवस्था में एक ही फोटो अखबार में छपा है, लेकिन मेरे पास ऐसे कई फोटो मौजूद हैं। गौरव ने कहा कि योगीराज शर्मा भ्रष्ट ही नहीं चरित्रहीन भी हैं। गौरव का कहना है कि योगीराज ने मेरे मकान पर कब्जा कर रखा है। यदि मैं अपने घर में होता तो योगीराज के चरित्रहीनता के कई प्रमाण दे सकता था।



इनका कहना है :

योगीराज शर्मा एवं गौरव शर्मा ने अलग अलग शिकायतें थाने में दी हैं। गौरव मंदिर में रह रहा है और उसकी जान को खतरा है, यह बात हमें नही मालूम, लेकिन हमें योगीराज ने बताया कि यह परिवार का मामला है कुछ दिनों बाद सुलझ जाएगा, इसलिए हमने कोई कार्रवाई नहीं की। अब इस मामले की जांच करके उचित कार्रवाई की जाएगी।

- जयसिंह रघुवंशी, थाना प्रभारी गोविन्दपुरा

योगीराज शर्मा को पिता कहने में भी शर्म आती है। उन्होंने भ्रष्टाचार से पैसा कमाया है। वे मुझे मारना चाहते हैं। मुझे पागल करने के लिए दवाएं दी जा रहीं थी। मैं पागल नहीं हूं। मैं लंबे समय से भोपाल में प्रोपट्री की व्यवसास कर रहा हूं।

- गौरव शर्मा योगीराज के पुत्र

गौरव की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है। डा. साहू उसका उपचार कर रहे हैं, उनसे बताकर सकते हैं। गौरव के सास ससुर उसे दवाएं नहीं दे रहे थे और उन्होंने गौरव पर कब्जा करने का प्रयास किया है। वैसे यह हमारा घरेलू मामला है और हम घर में ही निपटा लेंगे।

- योगीराज शर्मा, निलंबित स्वास्थ संचालक

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