Wednesday, October 27, 2010

इन मौतों के मंत्री अर्चना चिटनीस जिम्मेदार है?



मुख्यमंत्री के आदेशों को दिखाया ठेंगा

राजनीतिक संवाददाता

भोपाल। मंगलवार तड़के सीहोर जिले के मेतवाडा के पास हुई भीषण दुर्घटना के लिए एकमात्र शिक्षा मंत्री अर्चना चिटनीस जिम्मेदार हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सभी मंत्रियों को सख्त आदेश दिए थे कि कोई भी मंत्री रात में सड़क मार्ग से यात्रा नहीं करेगा, लेकिन शिक्षामंत्री अर्चना चिटनीस ने इन आदेशों की अवहेलना की, जिस कारण उनके पीए सहित एक पारिवारिक मित्र को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा है।

मप्र में अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि - मंत्री मुख्यमंत्री के निर्देशों का पालन क्या नहीं कर रहे? सोमवार व मंगलवार को भोपाल में रहकर मंत्रालय में बैठने, प्रभार के जिलों में निरंतर यात्रा करने और किसी भी हाल में रात में यात्रा नहीं करने के संबंध में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं, लेकिन कई मंत्री इन निर्देशों का पालन नहीं कर रहे हैं। मंगलवार को तड़के चार बजे शिक्षामंत्री अर्चना चिटनीस के काफिले में शामिल कार सड़क किनारे खड़े ट्रक से टकरा गई, इस दुर्घटना में मंत्री के पीए महेश सिन्हा एवं मंत्री के पारिवारिक मित्र बलवीर सिंह की मौके पर ही मौत हो गई। संयोग से मंत्री दूसरी कार में सवार थीं, इसलिए वे बाल बाल बच गईं।

सवाल यह है कि इन मौतों के लिए कौन जिम्मेदार है? इसके पहले तत्कालीन शिक्षामंत्री लक्ष्मण गौड का भी इंदौर से भोपाल आते समय एक्सीडेंट हो गया था, जिसमें उनकी दर्दनाक मौत हो गई थी। लक्ष्मण गौड़ की मौत के बाद मप्र के उच्चशिक्षा एवं संस्कृति मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा का एक्सीडेंट हो गया जिसमें वे गंभीर रुप से घायल हुए थे। यह दोनों एक्सीडेंट रात में हुए थे, इसलिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सभी मंत्रियों को सख्त हिदायत दी थी कि राज्य का कोई भी मंत्री सड़क मार्ग से यात्रा नहीं करेगा। कुछ दिनों तक मुख्यमंत्री के निर्देशों का पालन किया गया, लेकिन अब लगभग सभी मंत्रियों ने इन निर्देशों को हवा में उड़ा दिया है।

कलेक्टर ने रोका था : शिक्षा मंत्री अर्चना चिटनीस सोमवार को दोपहर तक होशंगाबाद में थीं, जहां वे भाजपा की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में शामिल हुई थीं। दोपहर के बाद वे होशंगाबाद से रवाना होकर शाम को बुरहानपुर पहुंचीं थीं। बुरहानपुर से रात लगभग ग्यारह बजे जब वे भोपाल के लिए रवाना हो रहीं थीं, तब बुरहानपुर कलेक्टर ने रेणु पंत ने उन्हें रात में सफर करने से मना भी किया। मजेदार बात यह है कि मंत्री का ट्रेन से भोपाल आने का आरक्षण भी था, लेकिन फिर भी वे सड़क मार्ग से भोपाल आ रहीं थीं।

केबिनेट में शामिल होना था : मंगलवार को केबिनेट की बैठक होना थी, इसलिए अर्चना चिटनीस बुरहानपुर से भोपाल के लिए रवाना हुईं थीं। उनके काफिले में एक किराए की टेक्सी भी शामिल थी। इस टैक्सी में नियम विरुद्ध ढंग से लालबत्ती लगाई गई थीं। टैक्सी में मंत्री के पीए मनोज सिन्हा एवं मंत्री के मित्र बलवीर सिंह सवार थे। इस टैक्सी को ड्रायवर अशीष चला रहा था। बताते हैं कि मंत्री की कार 120 किलोमीटर की स्पीड से भोपाल की ओर दौड़ रहीं थी और उनके पीछे चल रहीं है इस टैक्सी भी स्पीड भी इतनी ही थी। मेतवाडा के पास पेट्रोल पंप पर एक पंचर ट्रक खडा था। टैक्सी ड्रायवर को यह ट्रक दिखाई नहीं दिया और तेज स्पीड टैक्सी ट्रक में घुस गई। महेश व बलवीर ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। ड्रायवर अशीष इन्हें लेकर भोपाल के चिरायु अस्पताल पहुंचा जहां डाक्टर सेठ ने दोनों को मृत घोषित करते हुए घबडाए ड्रायवर को भर्ती कर लिया। बाद में उसे छुट्टी दे गई।

बीमा नहीं था टैक्सी का : जिस जयलो कार से यह एक्सीडेंट हुआ है, वह वाहन शास्त्री नगर निवासी एनसी बघेल के नाम रजिस्टर्ड है। बताते हैं कि यह वाहन राज्य के एक मंत्री के ओएसडी का है जिसे टैक्सी के रुप में लगा रखा है। परिवहन विभाग की वेबसाइड के अनुसार इस वाहन का बीमा 25 सितम्बर 2010 को ही समाप्त हो गया था।

मंत्रियों की मनमानी : मप्र में सत्ता व संगठन का मंत्रियों पर अंकुश नहीं है। पार्टी के प्रभारी महासचिव अनंतकुमार ने तो कई बार सार्वजानिक रुप से मंत्रियों को लताड़ भी लगाई है। दूसरी ओर पार्टी अध्यक्ष प्रभात झा भी लगातार यह बात कह रहे हैं कि मंत्री अपने प्रभार के जिलों में नहीं जा रहे। उन्होंने भी प्रत्येक मंत्री को हर महिने कम से कम तीन दिन प्रभार के जिले में रहने के निर्देश दिए हैं। स्वयं मुख्यमंत्री कई बार मंत्रियों को चेता चुके हैं कि सोमवार व मंगलवार को सभी मंत्री भोपाल मेें मंत्रालय में बैठकर लोगों की समस्याएं सुनें, लेकिन इन बातों का मंत्रियों पर कोई असर नहीं हो रहा।

पिछले दिनों हुए एक्सीडेंट :

1 - 12 फरवरी 2008 : तत्कालीन शिक्षा मंत्री लक्ष्मण गौड की दुर्घटना में मौत

2 - 25 मार्च 2009 : खंडवा में विजय शाह सड़क दुघर्टना में गंभीर रुप से घायल्र हेलीकाप्टर से इंदौर लाया गया।

3 - 12 फरवरी को उच्च शिक्षामंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा देवास के पास सड़क दुर्घटना में गंभीर रुप से घायल।

4 - स्वास्थ राज्यमंत्री महेन्द्र हार्णिया का एक्सीडेंट विदिशा जिले में हुआ था।

5 - 26 अक्टूबर 2010 को शिक्षामंत्री अर्चना चिटनीस का काफिला ट्रक से टकराया, दो की मौत।

No comments:

Post a Comment