Saturday, January 30, 2010

mp vidhansabha

विधानसभा में खूनी संघर्ष की संभावना


मामला सात करोड़ की अवैध कमाई का













रवीन्द्र जैन

भोपाल। मप्र विधानसभा सचिवालय में सात करोड़ रूपए की कथित अवैध कमाई को लेकर तीन अधिकारी-कर्मचारियों में खूनी संघर्ष की स्थिति बन गई है। एक कर्मचारी का आरोप है कि सचिवालय में एक अपर सचिव के कक्ष में बुलाकर पिस्टल अड़ाकर उससे साढ़े छह करोड़ रूपए मांगे गए, न देने पर गोली मारने की धमकी दी गई है। दूसरे पक्ष का कहना है कि इस कर्मचारी ने सात करोड़ रूपए का गबन किया है, हम उसे आसानी नहीं छोडेेंग़े।
क्या आप कल्पना कर सकते हैं कि मप्र विधानसभा जैसे अति सुरक्षित भवन में आजकल अधिकारी कर्मचारी पिस्टल व रिवाल्वर लेकर द�तर आते हैं। विधानसभा के निजी सचिव केपी द्विवेदी का आरोप है कि - उपसचिव कमलाकांत शर्मा ने उन्हें अपर सचिव सत्यनारायण शर्मा के कक्ष में बुलाया एवं पिस्टल लगाकर साढ़े छह करोड रूपए देने की मांग की। इसकी शिकायत उन्होंने विधानसभा के प्रमुख सचिव एके प्यासी के अलावा भोपाल पुलिस अधीक्षक से कर दी है। विधानसभा के इन तीनों अधिकारियों के यहां पिछले दिनों इंकम टेक्स के छापे पड़ चुके हैं। छापे के बाद इनमें कथित अवैध कमाई के बंटवारे को लेकर झगड़ा तेज हो गया है।
यह तीनों अधिकारी, अपर सचिव सत्यनारायण शर्मा, उप सचिव कमलाकांत शर्मा एवं सत्यनारायण शर्मा के निजी सचिव केपी द्विवेदी पूर्व स्पीकर श्रीनिवास तिवारी के नजदीकी माने जाते हैं। वर्ष 2005 में इन तीनों ने मिलकर भोपाल के रातीबढ़ क्षेत्र में विवेकानंद इंजीनियरिंग कॉलेज शुरू किया था। इस वर्ष फरवरी में इंजीनियरिंग कॉलेज पर कब्जे को लेकर तीनों में विवाद हो गया। कमलाकांत शर्मा का आरोप है कि केपी द्विवेदी ने धोखे से कांॅलेज की स�पत्ति पर कब्जा कर लिया है। अक्षय शक्ति शिक्षा एवं समाज कल्याण समिति, जो इस कॉलेज का संचालान करती है, के सदस्यों ने केपी द्विवेदी से हिसाब मांगा तो उन्होंने आनाकानी करना शुरू कर दिया। उनका कहना है कि द्विवेदी लगभग सात करोड़ रूपए का हिसाब नहीं दे रहे हैं। दूसरी ओर केपी द्विवेदी का कहना है कि कमलाकांत शर्मा ने कॉलेज से लगभग साठ लाख रूपए निकाल लिए हैं। इसके अलावा आरटीओ में फर्जी हस्ताक्षर करके कॉलेज की एक कार अपने रिश्ेतदार के नाम कर दी है।
खूनी संघर्ष की संभावना : इधर विधानसभा में आम चर्चा है कि इन तीनों के झगड़े के कारण विधानसभा भवन में कभी भी खूनी संघर्ष हो सकता है। बताया जाता है कि एक अधिकारी पिस्टल लेकर कार्यालय पहुंच रहे हैं। दूसरी ओर केपी द्विवेदी ने स्वीकार किया कि - कॉलेज संचालन के लिए उन्होंने अपनी सुरक्षा को ध्यान में अपने कुछ साथियों को साथ रखना शुरू कर दिया है। कॉलेज में भी उन्होंने अपनी सुरक्षा के लिए ही कुछ लोगों को बिठाना शुरू कर दिया है। केपी द्विवेदी ने इस संवाददाता को एक टेप भी उपलब्ध कराया जिसमें उनका आरोप है कि - कमलाकांत शर्मा यह धमकी दे रहे हैं कि - यदि वे कोर्ट से भी हार गए तो भी केपी द्विवेदी को गोली मार देंगे।
मामला हाईकोर्ट पहुंचा : कॉलेज पर कब्जे को लेकर तीन लोगों के झगड़े के बीच शिक्षा समिति के उपाध्यक्ष रीवा निवासी अनुराग शर्मा ने इस मुद्दे पर हाईकोर्ट का दरवाजा �ाटखटा दिया है। अनुराग शर्मा का कहना है कि संस्था के अध्यक्ष केपी द्विवेदी एवं कोषाध्यक्ष उनकी पत्नि हिसाब नहीं दे रहे हैं। शर्मा का आरोप है कि शिकायत के बाद भी पुलिस कोई कार्यवाही नहीं कर रही है। शर्मा की याचिका पर मंगलवार को जबलपुर हाईकोर्ट के न्यायाधीश जस्टिस श्री राजेन्द्र मेनन ने भोपाल पुलिस को आदेश दिया है कि यदि शर्मा शिकायत करते हैं तो उसकी जांच की जाए। शर्मा ने राज एक्सप्रेस से कहा कि - इस संस्था में उनके पैंसठ लाख रूपए लगे हैं। उन्होंने कहा कि केपी द्विवेदी ने इंजीनियरिंग कॉलेज संचालन के लिए ढाई करोड़ रूपए की जो एफडी बनवाई थी, उसकी राशि निकालकर बड़ा गबन किया है। उनका कहना है कि द्विवेदी ने सात करोड़ रूपए का गबन किया है।
कमलाकांत का पक्ष : इस संबंध में विधानसभा के उप सचिव कमलाकांत शर्मा का कहना है कि द्विवेदी के खिलाफ थाना रातीबढ़ में चार सौ बीसी का मुकद्दमा दर्ज हो गया है। इस मामले में द्विवेदी जमानत पर रिहा हैं। उनका कहना है कि पुलिस किसी दबाव के कारण द्विवेदी के खिलाफ न तो जांच कर रही है और न ही कोर्ट में चालान पेश नहीं कर रही है। कॉलेज में आपका कितना पैसा लगा है? इस संबंध में कमलाकांत का कहना है कि मैंने अपने कई मिलने वालों का पैसा लगवाया है।
द्विवेदी का पक्ष : इस संबंध में द्विवेदी ने एक लिखित शिकायत विधानसभा के प्रमुख सचिव एवं भोपाल पुलिस अधीक्षक को सौंपकर आरोप लगाया है कि - कमलाकांत शर्मा से दोस्ती के कारण उन्होंने, उन्हें शिक्षा समिति में रख लिया था, लेकिन शर्मा ने धोखे से साठ लाख रूपए निकाल लिए। अब वे समिति से हटने के एवज में साढ़े छह करोड़ रूपए मांग रहे हैं। उनका आरोप है कि मैं शर्मा से भयभीत हूं तथा पुलिस को बता चुका हूं कि - मेरे साथ यदि कोई भी अप्रिय घटना होती है तो उसके जि�मेदार शर्मा ही होंगे। द्विवेदी ने कहा कि 28 जुलाई को शर्मा के लोगों ने रातीबढ़ रोड़ स्थित शरदा विद्या मंदिर स्कूल के पास से उनके बच्चे का अपहरण करने का प्रयास था जिसकी रिपोर्ट उन्होंने रातीबढ़ थाने में कर दी थी।

नोट :- रवीन्द्र जैन राज एक्सप्रेस के स्थानीय संपाकद हैं। उनकी यह खबर राज एक्सप्रेस के 1 जनवरी 2010 के अंक में प्रकाशित हुई है।

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